ठंड की पहली बारिश से ठिठुरन बढ़ने के आसार, पांच डिग्री तक गिरा पारा
– तापमान में गिरावट से ठंड बढ़ी, गरम कपड़े पहन कर घरों से निकले लोग
बस्ती। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और बारिश का असर अब देश के मैदानी इलाकों में भी दिखाई देने लगा है। सोमवार को बस्ती और आसपास के इलाकों में मौसम ने करवट ली और सुबह छह बजे से सवा नौ बजे तक रिमझिम बारिश होती रही। इसके चलते तापमान में करीब पांच डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। इसका असर अगले एक दो दिन में ठिठुरन बढ़ने के रूप में सामने आ सकता है। अब शीतलहरी भी शुरू हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा कि सोमवार की बारिश के बाद मौसम में ठंड का प्रकोप बढ़ने के संकेत हैं।
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से रविवार शाम दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों की पहली बारिश हुई है। यह बारिश हालांकि हल्की ही थी, लेकिन फिर भी सोमवार से इसका असर दिखाई देने लगा है और उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद समेत कई शहरों में बारिश हुई। सुबह छह बजे से करीब तीन घंटे हुई बारिश सोमवार को ड्यूटी पर निकलने वालों को असुविधा का सामना करना पड़ा। इस दौरान शहर के कई इलाकों में बत्ती भी गुल रही। मौसम में हुए इस परिवर्तन के चलते सोमवार को घरों से निकलने वाले लोग स्वेटर, जैकेट और मफलर में नजर आए।
सेहत को लेकर रहें सावधान
तापमान में आये गिरावट में अब सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। खासकर छोटे बच्चों को तो इस समय ठंड से सबसे अधिक बचाने की जरूरत है। बच्चों को गरम कपड़े पहना कर रखें। सुबह और शाम की ठंड से बचाएं।
वाहन चलाते समय बरतें सावधानी
– गाड़ी की रफ्तार धीमी होनी चाहिए।
– वाहनों को ओवरटेक करने की स्थिति का आंकलन जरूरी है।
– हमेशा वाहन को अपनी साइड से ही चलाना चाहिए।
– मोड़ मुड़ते समय सौ मीटर की दूरी से पहले इंडीकेटर का प्रयोग करें।
– दिन में धुंध के समय हेड लाइट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि वाष्पीकरण की सतरंगी चमक से सामने की स्थिति स्पष्ट नहीं होती है।
– गाड़ी के सभी इंडीकेटर जला देना चाहिए।
– हेड लाइट पर हल्के नीले रंग कवर लगा देना चाहिए।
– गाड़ी के आगे व पीछे ज्यादा रिफ्लेक्टर लगे होने चाहिए।
– गाड़ी का दोनों वाइपर ठीक होना चाहिए।
– सभी लाइटें ठीक अवस्था में होनी चाहिए।
– दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें।
– हेलमेट का शीशा फीके नीले रंग का होना चाहिए।
– डिवाइरों पर लगे रिफ्लेक्टर के हिसाब से गाड़ी चलाना चाहिए।
– सड़क सांकेतिक रेडियम डिवाइडर पट्टी के भी अलग-अलग नियम होते हैं।
– कट टाइप लाइन संदेश देती है कि यहां पर ओवर टेक किया जा सकता है। जबकि सीधी पट्टी संदेश देती है कि यहां पर ओवरटेक नहीं किया जा सकता है। ये लाइन तंग पुल व कोहनी मोड़ पर लगाई जाती हैं।
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