आचार्य पंडित अच्युतानंद त्रिपाठी से जाने क्या कहते है आपके राशिफल एवं स्वस्थ्य रखने के उपाय

?? *सुप्रभातम्* ??
?««« *आज का पञ्चांग* »»»?
कलियुगाब्द…………………….5122
विक्रम संवत्……………………2077
शक संवत्………………………1942
मास………………….(अधिक)अश्विन
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी………………………….द्वितीया
प्रातः 07.27 पर्यंत पश्चात तृतीया
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय……….प्रातः 06.19.34 पर
सूर्यास्त……….संध्या 06.11.47 पर
सूर्य राशि……………………….कन्या
चन्द्र राशि…………………………मेष
गुरु राशि………………………….धनु
नक्षत्र………………………….अश्विनी
प्रातः 11.51 पर्यंत पश्चात भरणी
योग……………………………..हर्षण
रात्रि 11.00 पर्यंत पश्चात वज्र
करण…………………………….गरज
प्रातः 07.27 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु……………………………..शरद
*दिन………………………..रविवार*
*? ? ? ?? राष्ट्रीय सौर दिनांक*
*१२ भाद्रपद !*
*?? आंग्ल मतानुसार दिनांक ०४*
*अक्टूबर सन २०२० ईस्वी !*
☸ शुभ अंक………………………4
? शुभ रंग…………………….लाल
⚜ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.51 से 12.38 तक ।
?️?️ *राहुकाल :-*
संध्या 04.39 से 06.07 तक ।
? *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*कन्या*
05:00:53 07:17:34
*तुला*
07:17:34 09:37:26
*वृश्चिक*
09:37:26 11:56:23
*धनु*
11:56:23 14:00:45
*मकर*
14:00:45 15:43:21
*कुम्भ*
15:43:21 17:11:03
*मीन*
17:11:03 18:36:14
*मेष*
18:36:14 20:11:42
*वृषभ*
20:11:42 22:07:32
*मिथुन*
22:07:32 24:22:31
*कर्क*
24:22:31 26:43:13
*सिंह*
26:43:13 29:00:53
? *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.50 से 09.18 तक चंचल
प्रात: 09.18 से 10.46 तक लाभ
प्रात: 10.46 से 12.14 तक अमृत
दोप. 01.42 से 03.10 तक शुभ
सायं 06.06 से 07.38 तक शुभ
संध्या 07.38 से 09.10 तक अमृत
रात्रि 09.10 से 10.42 तक चंचल ।
? *आज का मंत्रः*
।। ॐ वेदविद्यायै नम: ।।
*संस्कृत सुभाषितानि :-*
आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्शो महारिपुः ।
नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कुर्वाणो नावसीदति ॥
अर्थात :-
आलस्य इन्सान के शरीर का सबसे बडा शत्रु है । उद्योग जैसा साथी नहीं क्यों कि उद्योग करनेवाले का नाश नहीं होता ।
? *आरोग्यं सलाह :-*
प्याज़ के कुछ सरल औषधीय प्रयोग –
१- यदि जी मिचला रहा हो तो प्याज़ काटकर उसपर थोड़ा काला – नमक व थोड़ा सेंधा -नमक डालकर खाएँ , लाभ होगा |
२-पेट में अफ़ारा होने पर दिन में तीन बार निम्न औषधि का प्रयोग किया जा सकता है – प्याज़ का रस -२० ml ; काला -नमक -१ ग्राम व हींग -१/४ ग्राम लें ,इन सबको मिलाकर रोगी को पिलाएँ |
३-हिचकी की समस्या होने पर १० ग्राम प्याज़ के रस में थोड़ा सा काला – नमक व सेंधा -नमक मिलकर लेने से लाभ होता है |
४- प्रातःकाल उठकर खाली पेट १ चम्मच प्याज़ का रस पीने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है |
⚜ *आज का राशिफल* ⚜
? *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
नौकरी में अधिकार प्राप्त हो सकते हैं। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी कार्यालय में रुके काम पूरे होंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। गुरु का सान्निध्य प्राप्त हो सकता है। वस्तुएं संभालकर रखें।
? *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। फालतू बातों पर ध्यान न देकर अपने काम पर ध्यान दें। विवाद से बचें। चोट-दुर्घटना, दु:ख-बीमारी से शारीरिक तथा आर्थिक हानि संभव है। व्यापार-व्यवसाय की गति बनी रहेगी।
?? *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रमाद से बचकर ध्यान दें। दांपत्य जीवन में खुशी रहेगी। कारोबार अच्छा चलेगा। निवेश इत्यादि मनोनुकूल रहेंगे। यात्रा की योजना बनेगी।
? *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
कारोबारी बड़े फैसले ले पाएंगे। कोई बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी पुरानी शत्रुता की चिंता रहेगी।
? *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग का मन पठन-पाठन आदि में लगेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। आय बनी रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।
??♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
असमंजस की स्थिति बन सकती है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। कोई शोक समाचार प्राप्त हो सकता है। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। लाभ होगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेशादि शुभ फल देंगे। पारिवारिक चिंता रहेगी। मेहनत का फल प्राप्त होगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। विवाद न करें। जोखिम से बचें।
? *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। घर में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। भाइयों का साथ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शत्रु पस्त होंगे। लाभ होगा।
? *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
जल्दबाजी न करें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। लेन-देन में सावधानी रखें। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा।
? *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। किसी अपने का व्यवहार समझ में नहीं आएगा। प्रेम-प्रसंग में भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। यात्रा पर व्यय होगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
? *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। रोजगार में वृद्धि होगी। कोई नया कार्य मिलने के योग हैं। किसी यात्रा का अचानक कार्यक्रम बन सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। ऐश्वर्य के साधन मिलेंगे।
? *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
शरीर में दर्द रह सकता है। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। आय में वृद्धि होगी। किसी नए कार्य को प्रारंभ करने की रूपरेखा बनेगी। राजभय रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। उत्साह से कार्य कर पाएंगे।
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