आखिर कैसे करें कोरोना वायरस से बचाव- डॉ.दीपक सिंह
बस्ती। दिसम्बर 2019 के मध्य में चीन के बुहान शहर में पैदा हुआ कोरोना वायरस आज दुनिया के लगभग सभी देशों में अपना पाँव पसार चुका है। दुनिया की दो तिहाई आबादी आज इस खौफनाक वायरस के प्रकोप के चलते घरों में कैद है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस अर्थात कोविड 19 को वैश्विक महामारी घोषित किया जा चुका है। पूरी दुनिया मे अब तक 1 लाख 14 हजार 862 लोग इस महामारी के चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके हैं। वहीँ 18.54 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हैं। सिर्फ भारत मे 13 अप्रैल तक 9152 से अधिक लोग इस वायरस के संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। तथा 308 लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका जैसा विकसित देश भी आज इस माहमारी के सामने घुटने टेक दिया है। सिर्फ अमेरिका में 5.3 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हैं और 22115 लोगों की जान जा चुकी है। सवाल यहाँ यह है कि अब तक इस वायरस का कोई कारगर इलाज क्यो नही आया है। दुनिया के नामी डॉक्टर वैज्ञानिक सब लगे हैं फिर भी इस खतरनाक वायरस से बचाव का कोई वैक्सीन अभी तक नही बन सका है। दरअसल इस वायरस का जीनोम बाकी वायरस से भिन्न है। यह अलग अलग व्यक्तियों में अलग अलग रूप धारण करने की क्षमता रखता है। यह वायरस 9 घण्टे से 48 घण्टे तक जिंदा रहता है। कोरोना वायरस मुख्यता एक दूसरे के सम्पर्क में आने से फैलता है। छींकने अथवा खाँसने से इसके वायरस 2 मीटर की दूरी तक खड़े व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं। इसीलिए सबको चेहरे पर मास्क लगाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा हाथों को बार बार साबुन से धुलने तथा हाथों को सेनेटाइज करने की बात भी लोगो को बताई जा रही है। चिकित्सको का मानना है कि विटामिन सी युक्त चीजे खाने से तथा गुनगुना पानी पीने से भी इस महामारी से कुछ हद तक बचाव सम्भव है। व्यक्ति स्वस्थ्य जीवन शैली अपना कर अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकता है। किसी भी बीमारी के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना सबसे बड़ा कारण होता है। कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में सर दर्द, सर्दी खांसी, तेज बुखार जैसे लक्षण शुरुवाती दौर में आते हैं। बाद में सांस लेने में तकलीफ अर्थात स्वशन तंत्र में इन्फेक्शन कोरोना वायरस से मौत का प्रमुख कारण देखा गया है। 60 वर्ष से ऊपर वाले व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है। विश्व स्वास्थ्य संघटन द्वारा कोरोना से बचाव हेतु लॉक डाउन को सबसे कारगर उपाय माना गया है। इस समय दुनिया के अधिकांश देशों में लॉक डाउन किया गया है। भारत मे समय रहते लॉक डाउन का निर्णय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया जिसकी वजह से दुनिया के बाकी देशों की अपेक्षा भारत मे कोरोना का प्रकोप कम है। इसकी सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कर रहा है। अभी तक इस महामारी का लक्षणों पर आधारित उपचार किया जा रहा है। देश मे भगवान का रूप कहे जाने वाले तमाम चिकित्सक भी इस माहमारी के चपेट में हैं। इसी से कोरोना वायरस को समझा जा सकता है कि यह कितना खतरनाक है।
डॉ. दीपक सिंह
राष्ट्रीय सचिव (होम्योपैथी चिकित्सा महासंघ)
प्रान्त उपाध्यक्ष (आरोग्य भारती)
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