हनुमान बाग चकोही में कलाकारो ने मुनि आगमन से लेकर सुबाहु वध का मंचन कर मोहा मन

दुबौलिया। दुबौलिया ब्लॉक के अंतर्गत ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्थल अवध धाम के अंतर्गत चौरासी कोसी परिक्रमा के द्वितीय पड़ाव हनुमान बाग चकोही के रामलीला मैदान मे चल रहे रामलीला मंचन के तीसरे दिन कलाकारों ने मुनि विश्वामित्र के आगमन का शानदार प्रस्तुती कर लोगों का मन मोह लिया।
कलाकारों ने दिखाया कि अयोध्या में चक्रवर्ती राजा दशरथ जी के दरबार में ऋषि विश्वामित्र जी का आगमन होते ही राजा दशरथ जी ने स्वागत किया। मुनि विश्वामित्र जी ने राजा दशरथ से यज्ञ की रक्षा के लिए भगवान राम व लक्ष्मण मांगते ही। राजा दशरथ जी अधीर हो गये। विश्वामित्र जी के समझाने के बाद भगवान राम व लक्षण यज्ञ की रक्षा के लिए राजा दशरथ ने मुनि विश्वामित्र के हाथ सौंप दिए।
भगवान राम व लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के साथ जंगल में जाते समय भगवान राम ने पत्थर की एक शिला देखा तो मुनि विश्वामित्र ने बताया हे राम गौतम ऋषि के श्राप से अहिल्या पतथर हो गई है आप चरण रज से श्राप मुक्ति हो जायेगी। भगवान राम ने श्राप से अहिल्या को मुक्ति दिलाई तो पूरा पांडाल भगवान के जयकार से गूंज उठा। इसके बाद भगवान ने रास्ते में ताड़का सुबाहू का वद्ध किया। कलाकारों ने रात भर शानदार प्रस्तुती कर लोगों का मन मोह लिया और सोचने पर मजबूर कर दिया।
इस मौके पर आयोजक समिति के संरक्षक प्रेम सागर पाठक, प्रबन्धक प्रधान निवास पाठक, अजय सिंह, संभु बाबा रज्जन पाठक, लालमन आदि ने लोगों को धन्यवाद दिया।
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