पर्यावरण और स्वास्थ्य मे संजीवनी है सहजन– प्रमोद ओझा

–विश्व पर्यावरण दिवस पर लोगों में वितरित किए सहजन का पौधा
-पर्यावरण दिवस पर अधिक पौध रोपड़ करने की अपील
कप्तानगंज बस्ती। कप्तानगंज क्षेत्र में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौध रोपड़ करने के साथ लोगों में सहजन का पौधा वितरित कर लोगों से अधिक संख्या में लगाने की अपील की गई।
सहजन का पौधा पर्यावरण संरक्षण के साथ सेहत के लिए भी संजीवनी से कम नहीं है उक्त बातें विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सहजन का के पौधे वितरित करते हुए प्रमोद ओझा ने कही। और कहां कि मृत त्वचा के पुनर्जीवन के लिए इससे बेहतर कोई रसायन नहीं है धूम्रपान के धुुुए और भारी धातुओं के विषय में प्रभाव को दूर करने में सहजन के बीजों का प्रयोग सफल साबित हुआ है।
सहजन अन्य वस्तुओं की अपेक्षा कई गुना पोस्टिक है
सहजन में विटामिन सी संतरे से 7 गुना अधिक होती है जबकि विटामिन ए- गाजर से 4 गुना अधिक होती है। कैल्शियम भी दूध से 4 गुना अधिक सहजन में पाया जाता है। पोटेशियम केले से 3 गुना अधिक व प्रोटीन दही की तुलना 3 गुना अधिक होता है।
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