मिशन 2022 के लिए भाजपा ने शुरू की किलेबंदी, राधा मोहन सिंह बने प्रदेश प्रभारी
– पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह छह बार सांसद चुने जाने के साथ ही बिहार और उत्तर प्रदेश की सियासत के हैं धुरंधर
– बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं राधा मोहन सिंह, प्रधानमंत्री मोदी के नजदीकी होने के साथ भरोसेमंद लोगों में हैं शामिल
– बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी को बिहार और धौरहरा की सांसद रेखा वर्मा को उत्तराखंड का सह प्रभारी नियुक्त किया गया है
बस्ती।उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए उपचुनाव में सभी छह सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब मिशन 2022 की तैयारियों में जुट गई है। बिहार में एनडीए की जीत और भाजपा के दूसरे सबसे दल के रूप में उभरने से कार्यकर्ता तक उत्साहित हैं, ऐसे में शीर्ष नेतृत्व अब उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों को लेकर गंभीर हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने प्रदेश में नए प्रभारी और सह प्रभारियों को कुशल संगठनकर्ता बताते हुए उनकी नियुक्ति पर खुशी जताई है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह को उत्तर प्रदेश में पार्टी का प्रभारी बनाया है। वहीं, उन्होंने सुनील ओझा, सत्या कुमार और संजीव चौरसिया को उत्तर प्रदेश का सह प्रभारी नियुक्त किया है। प्रभारी और सह प्रभारियों की नियुक्ति को वर्ष 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की प्रारंभिक तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य अरुण सिंह को कर्नाटक, कौशांबी के भाजपा सांसद विनोद सोनकर को त्रिपुरा का प्रभारी नियुक्त किया है।
बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी को बिहार और धौरहरा की सांसद रेखा वर्मा को उत्तराखंड का सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। सुनील ओझा भी उप्र के सह प्रभारी रहे हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा में नरेंद्र मोदी के चुनाव अभियान को संभालने में ओझा की अहम भूमिका रही है। कर्नाटक निवासी सत्या कुमार भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री जबकि संजीव चौरसिया बिहार के दीघा विधानसभा क्षेत्र के तेजतर्रार विधायक हैं।
बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं राधा मोहन
वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में लंबे अरसे बाद पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटी भारतीय जनता पार्टी के लिए वर्ष 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव काफी अहम होगा। राधा मोहन सिंह भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी भी रह चुके हैं। वह उत्तर प्रदेश की सियासी नब्ज को बखूबी पहचानते हैं। साथ पार्टी में अपनी सांगठनिक क्षमता के लिए भी जाने जाते हैं। जनसंघ व आरएसएस से ताल्लुक रखने वाले राधा मोहन छह बार सांसद चुने जा चुके हैं। वह बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल रह चुके है। वह मोदी के बेहद करीबी और भरोसेमंद लोगों में शामिल रहे हैं।
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