आचार्य पंडित अच्युतानंद त्रिपाठी से जाने क्या कहते है आपके राशिफल एवं स्वस्थ्य रखने के उपाय

आज का पञ्चांग
कलियुगाब्द…………………….5122
विक्रम संवत्……………………2077
शक संवत्………………………1942
मास………………….(अधिक)अश्विन
पक्ष………………………………शुक्ल
तिथी……………………………चतुर्थी
रात्रि 02.29 पर्यंत पश्चात पंचमी
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय………..प्रातः 06.15.17 पर
सूर्यास्त……….संध्या 06.25.38 पर
सूर्य राशि………………………..कन्या
चन्द्र राशि………………………..तुला
गुरु राशि…………………………..धनु
नक्षत्र……………………………स्वाति
रात्रि 10.49 पर्यंत पश्चात विशाखा
योग………………………………..इंद्र
प्रातः 11.31 पर्यंत पश्चात वैधृति
करण………………………….वणिज
दोप 04.04 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु………………………………शरद
*दिन…………………………रविवार*
राष्ट्रीय सौर दिनांक २९ भाद्रपद ( नभस्यमास )
आंग्ल मतानुसार दिनांक २० सितम्बर सन २०२० ईस्वी
शुभ अंक…………………….2
शुभ रंग…………………….लाल
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.55 से 12.44 तक ।
राहुकाल :-
संध्या 04.51 से 06.21 तक
उदय लग्न मुहूर्त :-
कन्या
06:02:50 08:13:29
तुला
08:13:29 10:28:07
वृश्चिक
10:28:07 12:44:17
धनु
12:44:17 14:49:56
मकर
14:49:56 16:37:04
कुम्भ
16:37:04 18:10:38
मीन
18:10:38 19:41:49
मेष
19:41:49 21:22:32
वृषभ
21:22:32 23:21:09
मिथुन
23:21:09 25:34:51
कर्क
25:34:51 27:51:01
सिंह
27:51:01 30:02:50
दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें ।
चौघडिया :-
प्रात: 07.48 से 09.18 तक चंचल
प्रात: 09.18 से 10.48 तक लाभ
प्रात: 10.48 से 12.19 तक अमृत
दोप. 01.49 से 03.20 तक शुभ
सायं 06.20 से 07.50 तक शुभ
संध्या 07.50 से 09.20 तक अमृत
रात्रि 09.20 से 10.49 तक चंचल ।
आज का मंत्रः
।। ॐ गुणत्रयविभाविन्यै नम: ।।
*संस्कृत सुभाषितानि :-*
अनशनमूनोदरता वृत्तेः संक्षेपणं रसत्यागः ।
कायक्लेशः संलीनतेति बाह्यं तपः प्रोक्तम् ॥
अर्थात :-
अनशन, कम खुराक, वृत्ति को संकोरना, रसत्याग, काया को कष्ट देना, और संलीनता – ये सब बाह्य तप कहे गये हैं ।
आरोग्यं सलाह :-
*पिंपल्स को दूर करने के आयुर्वेदिक उपचार :-*
1. लौंग :-
मुंहासे की समस्या को दूर करने के लिए आप लौंग के तेल का इस्तेमाल पिंपल्स वाली जगह पर करें। आप चाहे तो इसके जलन से बचने के लिए इसमें दूध या पानी मिला सकते हैं।
2. नीम का पत्ता :-
नीम का पत्ता कुष्ठ रोग, भूख की कमी, त्वचा के अल्सर, हृदय रोगों और रक्त वाहिकाओं (हृदय रोग), बुखार, मधुमेह, मसूड़े की सूजन, और लिवर के लिए बहुत ही फायदेमंद है। पिंपल्स या मुंहासे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप नीम के पत्तों का पेस्ट बनाओ और इसे मुंहासे वाली जगह पर लगाएं। आपको फायदा मिलेगा।
3. पुदीना :-
मुंहासे को दूर करने के लिए आप कुछ पुदीने के पत्तों को मिला लें और एक ताज़ा पेस्ट करें। इस पेस्ट को मुंहासे वाली जगह पर लगाएं। मुंहासे के लिए इस आयुर्वेदिक दवा का नियमित उपयोग करने से आपको मुंहासे के निशान से छुटकारा मिल सकता है।
आज का राशिफल
राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ प्राप्त होगा। नौकरी में नया कार्य कर पाएंगे। थकान रह सकती है। मन में नए विचार आएंगे जिनको मूर्तरूप देने के लिए प्रयास कर पाएंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय अच्छा चलेगा।
राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। दौड़धूप अधिक होगी। कारोबार अच्छा चलेगा। दूर से कोई बुरी सूचना मिल सकती है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।
राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
मेहनत का फल प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। व्यस्तता के चलते थकान हो सकती है। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ होगा।
राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
दूसरे के कामों में हस्तक्षेप न करें। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए संपर्क बनेंगे। आत्मसम्मान बना रहे, ऐसे कार्य करते रहें। विवाद में न पड़ें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। प्रमाद न करें।
राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। मान बढ़ेगा। रोजगार में वृद्धि होगी। उत्साह बना रहेगा। जल्दबाजी न करें।
राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
वाणी में हल्के शब्दों का प्रयोग समस्या पैदा कर सकता है। कार्य की गति धीमी रह सकती है। नौकरी में सहकर्मी साथ नहीं देंगे। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। कुसंगति से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धन प्राप्ति सुगम होगी।
राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। प्रतिद्वंद्वी रास्ते से हट जाएंगे। रुके कार्य पूर्ण होंगे। लाभदायक यात्रा होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। नए काम मिलेंगे। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। आलस्य रहेगा। प्रमाद न करें।
राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
योजना फलीभूत होगी। मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कार्यस्थल पर व कार्यप्रणाली में सुधार होगा। शत्रु पस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। लाभ में वृद्धि होगी। कार्य बनेंगे।
राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। आय में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। अध्यात्म में रुचि रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। जोखिम न लें।
राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। किसी बड़ी समस्या से परेशानी हो सकती है। विवेक का प्रयोग करें। चोट, दुर्घटना व विवाद आदि से हानि संभव है। कार्यक्षेत्र में लापरवाही न करें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।
राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रेम-प्रसंग में भेंट व उपहार देना पड़ सकते हैं। समय अनुकूल है। मनोरंजन का समय प्राप्त होगा। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। व्यापार व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।
राशि फलादेश मीन :-
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। समय पर सभी काम होने से प्रसन्नता रहेगी। स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक स्थिति सुधरेगी। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें।
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