मदरसा आधुनिक शिक्षकों का 47 माह से मानदेय न मिलने से शिक्षक व उनके परिवार पर संकट गहराया

कुदरहा, बस्ती। आल इण्डिया मदरसा मॉर्डन टीचर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मेंहदी हसन ने कहा कि केन्द्र सरकार के सौतेले ब्यवहार के कारण आज मदरसा आधुनिक शिक्षक और परिवार इस संकट की घड़ी में भूखमरी के कगार पर पहुँच गया हैं। केन्द्र सरकार की उपेक्षा के कारण उत्तर प्रदेश में लगभग 20 शिक्षकों की पैसे की तंगी के कारण असमय मौत भी हो चुकी हैं।मदरसों में तैनात गणित,विज्ञान,अंग्रेजी, व सामाजिक विज्ञान शिक्षकों को 47 माह से वेतन नहीं मिला हैं। बताते चलें कि केंद्र पूरोनिधानित योजना अंतर्गत के तहत प्रदेश के 8500 मान्यता प्राप्त मदरसों में शिक्षकों मानदेय के आधार पर गणित विज्ञान अंग्रेजी विषय के 25000 शिक्षकों की तैनाती की गई जब की बस्ती में अकेले 200 शिक्षक तैनात हैं जिनको परास्नातक शिक्षकों को ₹12000 स्नातक शिक्षकों को ₹6000 मानदेय मिलता है यह मानदेय प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ द्वारा मदरसों में भेजा जाता है अनुदानित मदरसा अध्यक्ष मेहंदी हसन ने बताया कि इस योजना के तहत इस योजना अन्तर्गत बस्ती जिले में लगभग 200 शिक्षक तैनात हैं जिनके 47 महीने से वेतन न मिलने से परेशान हैं शिक्षकों का कहना है कि कोरोना वायरस से पूरे भारत में लॉकडाउन हैं ।जिससे शिक्षकों की समस्या और गहरा गई है शिक्षक व परिवार भुखमरी के कगार पर हैं लेकिन इस संकट की घड़ी में केंद्र सरकार मदरसा शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है केंद्र सरकार से एक बार पुनः अपील है कि उत्तर प्रदेश के लगभग 25000 शिक्षकों को जल्द से जल्द उनका मानदेय जा जल्द से जल्द भुगतान कराया जाए जिससे शिक्षक और उनके परिवार को भूखमरी से बचाया जा सके।
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