सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति न मिलने से कलाकारों में रोष

बस्ती/ सरकार द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अब सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में ढील दी जा चुकी है. फिर भी बस्ती जिले में प्रशासन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जा रही है. ऐसे में आर्केस्ट्रा और स्टेज कार्यक्रमों से जुड़े कलाकारों के सामने जीवन यापन का संकट खडा हो गया है. भोजपुरी गायक अमरेश पाण्डेय अमृत नें प्रशासन के इस रवैये पर रोष प्रकट करते हुए कहा की कोरोंना के चलते विगत 8 महीने से स्टेज प्रोग्राम से जुड़े कलाकारों को कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिली थी. लेकिन जब सरकार द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कार्यक्रम किये जाने हेतु छूट दी जा चुकी है तो फिर प्रशासन द्वारा कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति न प्रदान करना दुर्भाग्यपूर्ण है
उन्होंने कहा की नवरात्रि में माँ भगवती के भक्तजनों द्वारा जगराता आदि कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाता रहा है. इस साल दुर्गा पंडालों में जिस तरह माँ भगवती के मूर्ति की साइज़ तय की गयी है उसी तरह से हम जगराता करने वाले कलाकारों को भी छूट दी जानी चाहिए जिससे माँ के भक्तों को माता के नाम का रसपान कराया जा सके. उन्होंने कहा इस तरह के आयोजन से हम जैसे कलाकारों के घरों में रोटी बनती हैं लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अनुमति न दिए जाने के कारण आयोजन न होने पर कलाकारों में निराशा है।
अमरेश पाण्डेय नें कहा यदि किसी पार्टी या जिला प्रशासन का अपना कोई कार्यक्रम आयोजित करना होता है तो भारी भीड़ इकट्ठी कर उसके बेझिझक उसका आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अपने कार्यक्रम तो आयोजित कर रहा है, लेकिन धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों की अनुमति प्रदान नहीं करता।
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