प्रवासी कामगारों को समितियों से जोड़कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराएं -जिलाधिकारी
बस्ती। प्रवासी कामगारों को डेयरी का काम करने के लिए उन्हें दुग्ध समितियों का सदस्य बनाने तथा समितियों का समय से रजिस्ट्रेशन करने के लिए जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने दुग्ध विकास अधिकारी को निर्देशित किया है। उन्होने कहा है कि जिले में कुल 293 समितिया ही पंजीकृत है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रवासी कामगारों को समितियों से जोड़कर हम उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन भी बढा सकते है। केसीसी में समय से भुगतान करने पर इसमें मात्र 03 प्रतिशत ब्याज देना होता है।
उन्होने कहा कि शासन द्वारा पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा प्रदान की गयी है। इस वर्ष 20600 का लक्ष्य है। इसको पूरा करने के लिए प्रवासी कामगारों को समितियों से जोड़ना होगा। उन्होने बताया कि जो पशुपालक रू0 1.60 की सीमा तक केसीसी धारक है, उनकी सीमा 03 लाख तक बढाया जायेंगा। दुग्ध विकास अधिकारी के अनुरोध पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में पशु का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र पशु चिकित्साधिकारीगण जारी करेंगे।
उन्होने समीक्षा में पाया कि पशुपालन विभाग द्वारा 3410 पशुपालको केा किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया गया है। कृषि अधिकारी संजेश श्रीवास्तव के सुझाव पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जो पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते है वे बीज गोदामों पर अपना फार्म जमा कर सकते है।
मुख्य विकास अधिकारी सरनीत कौर ब्रोका ने बताया कि पशुपालको को मनरेगा से कैटेल सेड बनवाने के लिए धनराशि दी जायेंगी। सेड बनवाने में लाभार्थी द्वारा कार्य करने पर उसे मजदूरी भी प्राप्त होगी।
बैठक में एडीएम रमेश चन्द्र, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीना, श्रीप्रकाश शुक्ला, नीरज प्रसाद पटेल, आशाराम वर्मा, जिला विकास अधिकारी अजीत श्रीवास्तव, उपायुक्त मनरेगा इन्द्रपाल सिंह, लीड बैंक मैनेजर अभिनाश चन्द्रा, डीडीएम नाबार्ड मनीष शरन, कृषि अधिकारी संजेश श्रीवास्तव, डाॅ0 अश्वनी तिवारी, विभागीय अधिकारी एंव बैंक के जिला समन्वयक उपस्थित रहे।
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