दुबौलिया क्षेत्र में युवती की संदिग्ध परिस्थियों में बांस से दुपट्टे की लटकती मिली लाश
–मौके पर पहुंची पुलिस व सीओ कलवारी ने लाश को कब्जे में लिया
-दुबौलिया के लारा गांव में डेढ़ बजे की घटना
दुबाैलिया। दुबाैलिया थाना क्षेत्र के लारा गांव में एक 24 वर्षीय युवती ने मकान में लगे बास से दुपट्टे से संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी से लटकती लाश मिली। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दियाI
लारा गांव निवासी दिव्यांग राम बली की 24 वर्षीय बेटी प्रर्मिला दोपहर में डेढ़ बजे के करीब अपने मकान में लगे बांस से दुपट्टा से फांसी का फन्दा बनाकर झूल गई। वहीं परिजनो ने लाश को नीचे उतार कर सूचना पुलिस को दी। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिजनों के अनुसार प्रर्मिला अपने तीन भइयों व दो बहनों में चौथे नम्बर की है। दोपहर में मौके पर घर में कोई नही था। घर में छोटे बच्चे दरवाजा खोले तो प्रर्मिला की लटकती हुई लाश देकर बच्चों ने गुहार लगाए। आप पास के लोगों ने पहुंचकर लोगों ने घटना की सूचना की पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस व सीओ अनिल सिंह कलवारी ने पहुंचकर घटना की बारीकियों से जांच की।
प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेजा जा रहा हैI रिर्पोट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
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राम लीला में भगवान राम व सुग्रीव की मित्रता का मंचन कर कलाकारों ने मोहामन
दुबौलिया। दुबौलिया के हनुमान बाग चकोही में चल रही राम लीला में कलाकारों ने भगवान राम व सुग्रीव की मित्रता से लेकर लक्ष्मण जी के मूर्छित होने तक की लीला का मंचन कर लोगों का मनमोह लिया।
कलाकारों ने दिखाया कि माता सीता को रावण ने साधु का भेष बदलकर हर ले गया। माता सीता की खोज में निकले प्रभु श्रीराम व सुग्रीव की मित्रता होने के बाद हनुमान जी ने माता सीता जी का पता लगाने के लंका में पहुंचकर लंका में आग लगाकर भारी छति पहुंचाया। माता सीता जी का पता लगने के बाद भगवान श्रीराम की सेना ने लंका पर चढ़ाई कर दी। रावण अपनी सेना की हार को देखते हुए अपने प्रिय पुत्र मेघनाद को लड़ने के लिए भेज दिया। लक्ष्मण व मेघनाद के बीच जमकर युद्ध हुआ। मेघनाद ने लड़ते लड़ते हार की स्थिति में अमोघ अस्र का प्रयोग कर लक्ष्मण जी को तीर लगने से मूर्छित कर दिया। लक्ष्मण जी को बाग लगते ही श्रीराम की सेना में खलबली मच गई।
हनुमान जी लंका के राज बैद्य सुशेन का लाकर उपाय पूँछा।। राजवैद्य ने कहा कि सूर्य निकलने के पहले आ जाये तो प्राण बच सकती है। रामजी ने हनुमान जी संजीवन बूंटी लाने के लिए चल दिये।
कलाकारों ने शानदार प्रस्तुती कर लोगो का मनमोह लिया।इस मौके पर प्रधान दिलीप कुमार ,अमरजीत सिंह, मुन्न पाठक,देवचन्द्र, बृजेश सिंह, बाल गोबिनद मिश्र, प्रबंधक निवास पाठक प्रधान चकोही, संरक्षक प्रेम सागर पाठक ने आये हुए सभी दर्शकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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