दस्तक पखवाड़े में कोरोना व टीकाकरण पर रहेगा जोर

– मुख्यमंत्री ने लखनऊ से किया प्रदेश में दस्तक कार्यक्रम का आगाज
– संचारी रोग से बचाव के साथ टीम संभावित कोरोना मरीजों की करेगी पहचान
बस्ती।
दस्तक पखवाड़े और संचारी रोग नियंत्रण अभियान का आगाज गुरुवार को हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने आवास से पूरे प्रदेश में इस कार्यक्रम का शुभारंभ ऑनलाइन किया। इस अवसर पर जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम एनआईसी में मौजूद रही। आज से आशा व उनकी टीम घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोग से बचाव का संदेश देंगी। दस्तक पखवाड़ा एक से 15 अक्टूबर तक चलेगा जबकि संचारी रोग नियंत्रण अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 में जेई (जापानी इंसफलाइटिस) व एईएस (एक्यूट इंसफलाइटिस सिंड्रोम) की स्थितियां गंभीर थी, लेकिन वर्ष 2020 में वह बहुत बेहतर है। इसका सारा श्रेय संचारी रोग माह कार्यक्रम व दस्तक पखवाड़े को जाता है। उन्होंने कहा कि इस साल का यह तीसरा चरण है। संचारी रोग की खतरनाक अवधि तो समाप्त हो चुका है, लेकिन हमें निगरानी बरकरार रखनी है। अभियान में अब तक मिली कामयाबी के लिए सभी विभाग बधाई के पात्र हैं।
मंडलायुक्त अनिल कुमार सागर व डीएम आशुतोष निरंजन ने कहा कि दस्तक कार्यक्रम मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं वाले कार्यक्रम में शामिल है। पिछले अभियान के बाद से यह बात सामने आई है कि जेई और एईएस जैसी बीमारियों पर जागरूकता के बल पर काबू पाया जा सका है। इस बार का कार्यक्रम व्यापक है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस बार दस्तक में इसे भी शामिल किया गया है। आशा घर-घर जाकर कोरोना मरीजों का पता लगाकर उनकी सूचना मुख्यालय को देंगी। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पाने के लिए इस बार दस्तक के साथ टीकाकरण से वंचित बच्चों की सूची तैयार कराई जाएगी। सभी अधिकारी/कर्मचारी मन लगाकर कार्य करें।
जिला मलेरिया अधिकारी आईए अंसारी ने कहा कि इस बार के कार्यक्रम में कुछ इजाफा किया गया है। उन्होंने बताया कि आशा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर पर जाएगी तथा एईएस/जेई के लक्षण व उनके बचाव के बारे में जानकारी देगी। इसी के साथ व घर में मौजूद लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल कर कोरोना के लक्षण होने का पता लगाएगी। अगर उनमें आईएलआई या सारी के लक्षण है तो वह एक विशेष फार्मेट पर उसकी जानकारी भर कर ब्लॉक स्तरीय अस्पताल को प्रेषित करेगी। इसके साथ वह जनवरी 2020 से सितम्बर 2020 के बीच जन्में बच्चों की सूची तैयार करेगी। दस्तक के 15 दिन के अभियान के दौरान यह सूची तैयार की जाएगी। आशा इस सूची को संबंधित एएनएम को देगी। पहली नवम्बर से निययमित टीकाकरण से वंचित बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
डीएम ने स्वास्थ्य व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने संचारी रोग माह व दस्तक कार्यक्रम की तैयारियों की गहन समीक्षा की। कहा कि सभी विभाग अपनी कार्य योजना के अनुसार कार्यक्रम को सफल बनाएं।
एडी हेल्थ डॉ. सीके शाही, सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका, सीएमओ डॉ. एके गुप्ता, एसीएमओ डॉ. फकरेयार हुसैन, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, डीआईओएस, डीपीओ, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकाारी, ईओ नगर पालिका परिषद बस्ती, यूनिसेफ व पॉथ संगठन के प्रतिनिधि सहित अन्य अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के स्टॉफ उदघाटन कार्यक्रम में मौजूद रहे।
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आरआई में शामिल इन टीको के लिए बनेगी सूची
जन्म पर- बीसीजी, हेपेटाईिटस बी, ओपीवी
डेढ़ माह- ओपीवी, आईपीवी, पेंटा, पीसीवी, रोटा
ढ़ाई माह- ओपीवी, पेंटा, रोटा
साढ़े तीन माह- ओपीवी, आईपीवी, पेंटा, पीसीवी, रोटा
नौ माह- पीसीवी, एमआर, जेई
डेढ़ वर्ष- ओपीवी, एमआर, जेई, डीपीटी
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