बस्ती में पति की मौत पर पत्नी नें दी मुखाग्नि, लॉकडाउन में तीन पुत्र फंसे हैं बाहर

कप्तानगंज, बस्ती। बस्ती जिले में पति की मौत के बाद पत्नी नें मुखाग्नि दी। हुआ यूं कि लॉकडाउन के चलते पूना, हरियाणा व पंजाब में तीन पुत्रों के परिवार सहित फंसा होने के कारण पति की मौत पर पत्नी ने खुद ही ठान लिया की दाह संस्कार मुझे करना है और पत्नी ने अपने पति का अंतिम संस्कार किया।
जिले के कोदई ग्राम सभा निवासी संतराम पुत्र देवतादिन 70 वर्ष की हृदय गति रुक जाने से मौत हो गई। उनके बड़े पुत्र राधेकृष्ण अपने परिवार सहित पूना में रहते हैं वही दूसरा पुत्र अर्जुन अपने परिवार सहित हरियाणा में रहते हैं तीसरा पुत्र सुभाष अपने परिवार सहित पंजाब में रहते हैं तीनों पुत्र एक प्राइवेट नौकरी करते तीनों पुत्र घर का खर्चा चलाने के लिए बाहर शहरों में रहते हैं गांव में संतराम अपनी पत्नी कैलाशी देवी के साथ घर पर रहते थे। रविवार को सुबह मौत के बाद तीनों पुत्रों को फोन से सूचना दिया गया लेकिन लाक डाउन के चलते सेवा बंद होने के कारण वहां से नहीं निकल पाये। उनका संस्कार उनकी पत्नी को ही करना पड़ेगा
मृतक के पत्नी रोते हुए कैलाशी देवी यही कह रही थी कि इनकी आखिरी इच्छा यही थी कि मेरे तीनों पुत्र आ जाते तो एक बार इन आंखों से देख लेते पार मेरा अंतिम संस्कार मेरा बड़ा पुत्र करता। कैलाशी देवी रो-रो कर यही कह रही थी लेकिन लाक डाउन के चलते कोई पुत्र मौके पर नहीं पहुंच पाया सुबह से जब शाम होने को आई तो कैलाशी देवी खुद ही खुद ही हिम्मत बांध के दाह संस्कार के लिए मनोरमा नदी के पैदा घाट पर पहुंच कर अंतिम संस्कार की।
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