जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने गायघाट में किया विकास कार्यों की जांच

कलवारी, बस्ती। बुधवार को तीसरी बार विकास खण्ड कुदरहा के सबसे बड़ी ग्राम पंचायत गायघाट (अब नगर पंचायत) में ग्राम प्रधान व सचिव के विरुद्ध ग्राम पंचायत में मनरेगा कार्य, खड़ंजा निर्माण/मरम्मत कार्य में ग्राम पंचायत एवं राज्य वित्त/ चौदहवें वित्त आयोग की शासकीय धनराशि के उपयोग की जांच करने भारी पुलिस बल के साथ ग्रामोद्योग अधिकारी ए के सिंह गायघाट पहुंचे। भारी भीड़ व पुलिस बल की कमी के चलते दो बार जांच स्थगित करना पड़ा था।
जिलाधिकारी बस्ती द्वारा नामित जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ए के सिंह ने गायघाट कस्बे में विकास कार्यों की सूक्ष्मता से जांच-पड़ताल किया। शिकायत कर्ता राम कृपाल मद्धेशिया व विनोद सोनकर के साथ इण्टर लाकिंग कार्य का निरीक्षण किया। जहां अधिकांश सड़क पूर्ण पाये गये। पहलवान के घर से हरिहर के घर तक इंटरलॉकिंग सड़क अधूरा पाया गया। शिकायत कर्ता ने इंडिया मार्का हैंडपंप के मरम्मत में भी घोटाला का आरोप लगाया। शिकायत कर्ता ने पहले जांच से संतुष्टि जताई। किंतु कुछ देर बाद असंतुष्टि जाहिर करने लगे। जांच के लिए चिन्हित ग्यारह कार्यों के अलावा शिकायत कर्ता ने शौचालय और मनरेगा कार्य की जांच करने की जिद करने लगे। जिसे जांच अधिकारी ने खारिज कर दिया।
शिकायत कर्ता राम कृपाल मद्धेशिया व विनोद सोनकर का कहना है कि मनरेगा, शौचालय की जांच कराना चाहा किंतु अधिकारी ने मना कर दिया। शिकायत कर्ता ने जांच से असंतुष्टि जाहिर करते हुए उच्च अधिकारी से जांच कराए जाने की मांग की।
ग्राम प्रधान सुमन देवी ने शिकायत कर्ता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया।
जांच के दौरान थानाध्यक्ष कलवारी बिंदेश्वरी मणि त्रिपाठी, उप निरीक्षक शिवधारी, दलसिंगार गौतम के आलावा दूसरे थाने की पुलिस भारी संख्या में के लोग मौजूद रहे।
इस सम्बन्ध में जांच अधिकारी/ जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ए के सिंह ने बताया कि दोनों पक्ष की उपस्थिति में जांच प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जिसे जिलाधिकारी महोदय को सौंपा जाएगा।
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