जानिए आज का राशिफल एवं स्वस्थ्य रहने के उपाय

सुप्रभातम्
?««« *आज का पञ्चांग* »»»?
कलियुगाब्द………………………5122
विक्रम संवत्……………………..2077
शक संवत्………………………..1942
मास……………………………मार्गशीर्ष
पक्ष………………………………..कृष्ण
तिथी……………………………..पंचमी
रात्रि 08.06 पर्यंत पश्चात षष्ठी
रवि…………………………दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 06.53.18 पर
सूर्यास्त…………संध्या 05.41.00 पर
सूर्य राशि……………………….वृश्चिक
चन्द्र राशि…………………………कर्क
गुरु राशी…………………………मकर
नक्षत्र………………………………पुष्य
दोप 02.21 पर्यंत पश्चात अश्लेषा
योग………………………………..ब्रह्मा
प्रातः 09.22 पर्यंत पश्चात इंद्र
करण……………………………कौलव
प्रातः 08.10 पर्यंत पश्चात तैतिल
ऋतु………………………………..हेमंत
दिन……………………………शनिवार
?? *आंग्ल मतानुसार :-*
05 दिसंबर सन 2020 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक………………..।।…..5
? शुभ रंग………………………हरा
⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.55 से 12.38 तक ।
?? *राहुकाल :-*
प्रात: 09.37 से 10.57 तक ।
? *उदय लग्न मुहूर्त -*
*वृश्चिक*
05:33:00 07:53:47
*धनु*
07:53:47 09:56:20
*मकर*
09:56:20 11:38:56
*कुम्भ*
11:38:56 13:06:37
*मीन*
13:06:37 14:31:48
*मेष*
14:31:48 16:07:16
*वृषभ*
16:07:16 18:03:07
*मिथुन*
18:03:07 20:18:05
*कर्क*
20:18:05 22:38:47
*सिंह*
22:38:47 24:56:28
*कन्या*
24:56:28 27:13:08
*तुला* 27:13:08 29:33:00
? *दिशाशूल :-*
पूर्वदिशा – यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.16 से 09.36 तक शुभ
दोप. 12.16 से 01.36 तक चर
दोप. 01.36 से 02.56 तक लाभ
दोप. 02.56 से 04.16 तक अमृत
संध्या 05.36 से 07.16तक लाभ
रात्रि 08.56 से 10.34 तक शुभ ।
? *आज का मंत्र :-*
॥ ॐ कपिमुखाय नमः ॥
? *संस्कृत सुभाषितानि -*
यत्तु प्रत्युपकारार्थं फलमुद्दिश्य वा पुनः ।
दीयते च परिक्लिष्टं तद्दानं राजसं स्मृतम् ॥
अर्थात :-
जो दान क्लेश से, प्रत्युपकार की भावना से, या फल मिलने की अपेक्षा से दिया जाता है, वह राजस दान कहा गया है ।
? *आरोग्यं सलाह :-*
*जीरा के फायदे :-*
1.जीर लौह-तत्व का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर होती है। गर्भवती महिलाओं के लिए जीरा अमृत का काम करता है।
2. जीरा अजवाइन, सौंठ, काली मिर्च और काला नमक अंदाजानुसार लेकर इसमें घी में भूनी हींग कम मात्रा में मिलाकर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
⚜ *आज का राशिफल :-*
? *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
वरिष्ठ जन सहायता करेंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। यात्रा होगी। व्यावसायिक अथवा निजी काम से सुखद यात्रा हो सकती है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। दूसरों से न उलझें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
? *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। कार्यक्षेत्र का विकास एवं विस्तार होगा। उपहार मिल सकता है। अप्रत्याशित खर्च होंगे। तनाव रहेगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम न लें। संतान की चिंता दूर होगी।
?? *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। स्वयं के ही प्रयासों से जनप्रियता एवं मान-सम्मान मिलेगा। रुका हुआ धन मिल सकता है। निवेश शुभ रहेगा। रुका काम समय पर पूरा होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा, नई योजनाएं बनेंगी।
? *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
संतान के व्यवहार से सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। व्यापार में नए अनुबंध आज नहीं करें। वरिष्ठ जन सहायता करेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रोजगार बढ़ेगा। सतर्कता से कार्य करें। आर्थिक तंगी रहेगी।
? *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
निवेश शुभ रहेगा। बाहरी सहायता से काम होंगे। ईश्वर में रुचि बढ़ेगी। कामकाज की अनुकूलता रहेगी। तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। पूंजी संचय की बात बनेगी।
?? *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
दूसरों पर विश्वास हानि देगा। कार्य में बाधा होगी। पत्नी से आश्वासन मिलेगा। स्वयं के निर्णय लाभप्रद रहेंगे। चोट व रोग से बचें। जल्दबाजी से हानि होगी। मानसिक संतोष, प्रसन्नता रहेगी। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। दूसरों की नकल न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्यों में विलंब से चिंता होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। मानसिक उद्विग्नता रहेगी। पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा।
? *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। कार्य के विस्तार की योजनाएं बनेंगी। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।
? *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा चलेगा।
? *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
विवाद से बचें। मेहनत अधिक होगी। आवास संबंधी समस्या हल होगी। आलस्य न करें। सोचे काम समय पर नहीं हो पाएंगे। शोक समाचार मिल सकता है। काम में मन नहीं लगेगा। व्यावसायिक चिंता रहेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा।
? *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्य पूर्ण होंगे। आय बढ़ेगी। मनोरंजक यात्रा होगी। प्रसन्नता रहेगी। सहयोगी मदद नहीं करेंगे। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।
? *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएं रखें। आर्थिक अनुकूलता रहेगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। अच्छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। लाभ होगा। नई योजनाओं की शुरुआत होगी।
☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो |*
*।। शुभम भवतु ।।*
???? *भारत माता की जय* ??
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