किसान, श्रमिक विरोधी विधेयकों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर सपा ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

किसानों, मजदूरों को गुलाम बनाना चाहती है भाजपा सरकार- महेन्द्रनाथ यादव
बस्ती। समाजवादी पार्टी द्वारा प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर शुक्रवार को जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव के नेतृत्व में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने किसान एवं श्रमिक विरोधी विधेयकों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर अपर जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।
सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार का लोकतांत्रिक परम्पराओं में कोई विश्वास नहीं है। पूंजीपतियों के दबाव में आकर सरकार किसान और श्रमिक हितांे का गला घोटने वाला कानून बना रही हैं। इसे देश का किसान, मजदूर स्वीकार नहीं करेंगे। मांग किया कि किसान और श्रमिक विरोधी विधेयकों को सरकार वापस ले। अन्नदाता और पसीना बहाकर देश का निर्माण करने वाले श्रमिकों का सुनियोजित उत्पीड़न समाजवादी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि भाजपा सरकार देश की संपदा को पूंजीपतियों के हाथ गिरवी कर रही है। लॉक डाउन में लाखों लोगों की नौकरियां छीन गयी, युवा बेरोजगार होकर हक के लिये सड़को पर संघर्ष करने को बाध्य है। किसान देश भर में कोरोना काल में आन्दोलन को मजबूर है किन्तु भाजपा सरकार पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने की नीयत से ऐसे कानून बना रही है कि किसान अपने ही खेत में मजदूर हो जाय और श्रमिक पूंजीपतियों का गुलाम। फैक्ट्री मालिक जब चाहें कर्मचारी को नौकरी से निकालकर बाहर कर सकते हैं। कांटैªक्ट खेती से पूंजीपति मालामाल और किसान गुलाम हो जायेगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व विधायक राजेन्द्र चौधरी, जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, सिद्धेश कुमार, जावेद पिण्डारी, जमील अहमद, समीर चौधरी, अरविन्द सोनकर, रामशव्द यादव, वृजेश मिश्र, गुलाब चन्द सोनकर, अतुल चौधरी, रामशंकर निराला, राजेन्द्र चौरसिया, राम आशीष यादव, राम उजागिर आजाद, अनिल निषाद, फूलचन्द श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।
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