आचार्य पंडित अच्युतानंद त्रिपाठी से जाने क्या कहते है आपके राशिफल एवं स्वस्थ्य रखने के उपाय
कलियुगाब्द……………………5122
विक्रम संवत्…………………..2077
शक संवत्…………………….1942
रवि……………………….दक्षिणायन
मास…………………………कार्तिक
पक्ष…………………………….कृष्ण
तिथी………………………….दशमी
रात्रि 03.19 पर्यंत पश्चात एकादशी
सूर्योदय……….प्रातः 06.36.54 पर
सूर्यास्त………संध्या 05.44.37 पर
सूर्य राशि……………………….तुला
चन्द्र राशि………………………सिंह
गुरु राशि………………………..धनु
नक्षत्र……………………………मघा
प्रातः 07.51 पर्यंत पश्चात उत्तराफाल्गुनी
योग………………………………इंद्र
रात्रि 10.30 पर्यंत पश्चात वैधृति
करण…………………………वणिज
दोप 04.24 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु…………………………….शरद
दिन………………………..मंगलवार
?? *आंग्ल मतानुसार :-*
10 नवम्बर सन 2020 ईस्वी ।
⚜ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.48 से 12.32 तक ।
?? *राहुकाल :-*
दोप 02.55 से 04.18 तक ।
☸ शुभ अंक………………….7
? शुभ रंग……………….सफ़ेद
? *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*तुला*
04:51:41 07:10:47
*वृश्चिक*
07:10:47 09:30:31
*धनु*
09:30:31 11:34:52
*मकर*
11:34:52 13:17:29
*कुम्भ*
13:17:29 14:45:11
*मीन*
14:45:11 16:10:22
*मेष*
16:10:22 17:45:50
*वृषभ*
17:45:50 19:41:40
*मिथुन*
19:41:40 21:56:39
*कर्क*
21:56:39 24:17:21
*सिंह*
24:17:21 26:35:01
*कन्या*
26:35:01 28:51:41
? *दिशाशूल :-*
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 09.24 से 10.47 तक चंचल
प्रात: 10.47 से 12.09 तक लाभ
दोप. 12.09 से 01.32 तक अमृत
दोप. 02.54 से 04.17 तक शुभ
रात्रि 07.17 से 08.54 तक लाभ ।
? *आज का मंत्र :-*
।। ॐ आंजनेय नम: ।।
? *संस्कृत सुभाषितानि :-*
विद्वानेवोपदेष्टव्यो नाविद्वांस्तु कदाचन ।
वानरानुपदिश्याथ स्थानभ्रष्टा ययुः खगाः ॥
अर्थात :-
विद्वान (समजदार) को ही उपदेश करना चाहिए, नहीं कि अविद्वान को । (ध्यान में रहे कि) बंदरो को उपदेश करके पंछी स्थानभ्रष्ट हो गये ।
? *आरोग्यं :*-
*जैतून की पत्तियां के औषधीय अनुप्रयोग :-*
*4. हाइपरटेंशन -*
चिन्ता, परेशानी व गुस्सा हमारे दिल दिमाग व शरीर के दूसरे भागों को भी प्रभावित करता है। धूम्रपान, मोटापा और मधुमेह आदि के कारण हाइपरटेंशन के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में आपको जैतून की पत्तियों का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद तत्व रक्त वाहिनियों को आराम देते हैं और नलिकाओं में जमने वाले रक्त के थक्के को रोकने में बेहदद मददगार है।
⚜ *आज का राशिफल :-*
? *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी तथा भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। आय होगी। व्ययवृद्धि पर नियंत्रण नहीं रहेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। आशा व निराशा के बीच तनाव व चिंता रहेंगे। कारोबारी लाभ बना रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
? *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
मनोरंजक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ वृद्धि होगी। घर-बाहर सभी तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। रुका हुआ पैसा तथा पैसा वसूली में सफलता मिलेगी। आलस्य हावी रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लाभ होगा।
?? *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
आर्थिक उन्नति हेतु विचार-विमर्श लाभकारी रहेगा। सामाजिक सेवा व दान-पुण्य के कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मित्रों तथा परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत हो सकती है। किसी तीर्थ यात्रा का आयोजन हो सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।
? *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। राजकीय व्यक्ति से परिचय बढ़ सकता है। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। किसी धर्मस्थल की यात्रा-दर्शन आदि के सुयोग बनेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।
? *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
काम करते समय किसी भी तरह की जल्दबाजी व लापरवाही न करें। वाहनादि के प्रयोग में सावधानी रखें। कुसंगति से बचें। हंसी-मजाक में हल्कापन न हो तथा दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। सेहत के बारे में लापरवाही भारी पड़ सकती है। व्यापार ठीक चलेगा।
??♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
किसी बड़ी समस्या का समाधान होगा। विवाह के इच्छुक व्यक्तियों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर सब तरफ हर कार्य में सहयोग प्राप्त होगा। उत्साह व प्रसन्नता बने रहेंगे।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
घर-बाहर वातावरण अनुकूल बनेगा। मित्रों व संबंधियों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। किसी संपत्ति का सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। किसी कार्य की बाधा दूर होकर लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।
? *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
किसी पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। रचनात्मक तथा बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। वरिष्ठ व्यक्तियों की शुभ सलाह प्राप्त होगी। किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। धनार्जन होगा।
? *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। धनहानि की आशंका है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय सामान्य रहेगा। बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। मेहनत अधिक और लाभ कम होगा। कार्यों की सफलता में शंका रहेगी। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है।
? *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़े कार्य को करने की योजना बनेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। परमार्थ करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। थोड़े प्रयास से कार्य पूर्ण होंगे। घर-बाहर प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी।
? *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। अच्छी खबरें मिलेंगी। आय बनी रहेगी। विवेक का प्रयोग समस्या से मुक्ति दिलाएगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
? *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
भाग्य की अनुकूलता रहेगी। किसी बड़े काम के लंबित प्रयास अब सफल रहेंगे। अपेक्षित कार्य पूर्ण होने से उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। अप्रत्याशित लाभ के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। आलस्य न करें।
☯ *आज मंगलवार है परन्तु कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आपसे मंदिर स्थान पर ज्यादा संख्या एकत्रित होना उपयुक्त नहीं है अतः आपसे आग्रह है अपने घर के मंदिर में संध्या 7 बजे सपरिवार हनुमान चालीसा पाठ अवश्य करे और यदि संभव होवे तो उसे फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव के माध्यम से सम्पूर्ण जगत के साथ साझा करे (यदि आप लाइव करते है तो #हनुमत_शक्ति_जागरण इस हैशटैग का उपयोग आपकी पोस्ट में अवश्य करें) |
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कलियुगाब्द……………………5122 विक्रम संवत्…………………..2077 शक संवत्…………………….1942 रवि……………………….दक्षिणायन मास…………………………कार्तिक पक्ष…………………………….कृष्ण तिथी………………………….दशमी रात्रि 03.19 पर्यंत पश्चात एकादशी सूर्योदय……….प्रातः…